रात दिन दरिया में गोटे लगाना - The Indic Lyrics Database

रात दिन दरिया में गोटे लगाना

गीतकार - पंडित इंद्र | गायक - विष्णुपंत जोग | संगीत - दादा चंदेकरी | फ़िल्म - ब्रह्मचारी | वर्ष - 1938

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आऽ
रात-दिन दरिया में गोते लगाना -३
डुबकी खाना, नहाना, लाना ख़ज़ाना -२
रात-दिन दरिया में गोते लगाना -२चाहे मोती मिले, चाहे मच्छी मिले
चाहे छोटी मिले
चाहे मोटी मिले
चाहे जैसी मिले पर हमेशा मिले
सच्चा खेल खिलाड़ी वो
सच्चा खेल खिलाड़ी
हो जिसका खेत ठिकाना
जिसका खेत ठिकाना
हाँचाहे जैसी मिले हाँ
पर हमेशा मिले
हमेशा मिले -४
सच्चा खेल खिलाड़ी वो
सच्चा खेल खिलाड़ी
हो जिसका खेत ठिकाना
जिसका खेत ठिकाना
रात-दिन दरिया में गोते लगाना -३
गोते लगाना हाँ हाँ गोते लगाना