न रो ऐ मेरे दिल यहाँ - The Indic Lyrics Database

न रो ऐ मेरे दिल यहाँ

गीतकार - इन्दीवर | गायक - लता मंगेशकर | संगीत - किशोर कुमार | फ़िल्म - ज़मीन आसमान | वर्ष - 1972

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न रो ऐ मेरे दिल यहाँ
तेरा नहीं ये जहां
फुरसत किसे है समझे जो कोई
तेरे आसुओं की जुबां
दीवानी दुनिया रिश्ते दिलों के दौलत से क्यों जोड़ती है
समाजों के झूठें रिवाजों के ख़ातिर अपनों के दिल तोड़ती है
कोई नहीं साथ देगा सब तो परछाईयाँ
ऐसा अगर जहां तो जीने के काबिल कहाँ
ऐसे जहां में रहे कोई कैसे लगे प्यार पर जिसमें पहरे
गिला और से क्या लगाए है दिल पर अपनों ही ने घाव गहरे
खो जा अँधेरों में ऐसे जैसे गगन में धुआं
ज़रुरत है तेरी किसे मिटा दे तू अपना निशाँ