मेरे प्यार का रस ज़रा चखना - The Indic Lyrics Database

मेरे प्यार का रस ज़रा चखना

गीतकार - | गायक - | संगीत - | फ़िल्म - | वर्ष - 1998

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मेरे प्यार का रस ज़रा चखना
होये माखन होये माखन
ऐसे तो चुरा अब अंख न
होये माखन होये माखन
हम तो तेरे कायल हैं
तेरी चाहत में घायल हैं
न ऐसे हम को छोड़ के जा…

तेरे प्यार का रस नहीं चाखना
होये माखन होये माखन
तेरा दिल तेरे पास ही रखना
होये माखन होये माखन
मैं तो हूँ कूदि मतवाली
तेरे हाथ न आने वाली
दीवाने दिल को जाके समझा…
मेरे प्यार का रस ज़रा चखना
होये माखन होये माखन
ऐसे तो चुरा अब अंख न
होये माखन होये माखन

चल हट परे हट अरे पगले
दीवाने अब कर मुझे तंग न
यूँही तड़पाऊं तेरी बातों में न
आऊँ मैं तो चलूँ तेरे संग न
अरे रे नखरे न कर दीवानी
 

 

लिख मेरी प्रेम कहानी
की चूम्लूं मेरे पास तो आ…
मेरे प्यार का रस ज़रा चखना
होये माखन होये माखन
ऐसे तो चुरा अब अंख न
होये माखन होये माखन

इक चिंगारी मैं हूँ कन्या
कुँवारी मुझे ऐसे तो पकड़ न
मानूँगी न ऐसे बड़े देखे
तेरे जैसे अरे इतना अकड़ न
चाहूँगा चाहूँगा तुझे
में जितना
हसीना ा गले से लग जा…
तेरे प्यार का रस नहीं चाखना
होये माखन होये माखन
तेरा दिल तेरे पास ही रखना
होये माखन होये माखन
मैं तो हूँ कूदि मतवाली
तेरे हाथ न आने वाली
दीवाने दिल को जाके समझा…
मेरे प्यार का रस ज़रा चखना
होये माखन होये माखन
ऐसे तो चुरा अब अंख न
होये माखन होये माखन.