तड़प तड़प के कटी उम्र - The Indic Lyrics Database

तड़प तड़प के कटी उम्र

गीतकार - हसरत | गायक - लता | संगीत - वसंत देसाई | फ़िल्म - दो फूल | वर्ष - 1958

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तड़प तड़प के कटी उम्र आशियाने में
मिला न चैं हमें तो कभी ज़माने में
तड़प तड़प के कटी उम्र आशियाने में
बहार आई खिले फूल हम तो ये समझे
किसी ने आग लगाई है अशियाने में
मिला न चैं हमें तो कभी ज़माने में
तड़प तड़प के कटी उम्र आशियाने में
किसी से कुछ न कहा
किसी से कुछ न कहा, अपने दिल से बातें की
हम आप जल गये दिल का दिया जलाने में
मिला न चैं हमें तो कभी ज़माने में
तड़प तड़प के कटी उम्र आशियाने में
भगवान
हमारे सब्र का भगवान इम्तेहान न ले
कहीं ये दम न निकल जाये ? में
मिला न चैं हमें तो कभी ज़माने में
तड़प तड़प के कटी उम्र आशियाने में$