ना मुँह छुपा के जियो और ना सर झुका के जियो - The Indic Lyrics Database

ना मुँह छुपा के जियो और ना सर झुका के जियो

गीतकार - साहिर लुधियानवी | गायक - महेंद्र कपूर | संगीत - रवि | फ़िल्म - हमराज़ | वर्ष - 1967

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न मुँह छुपा के जियो और न सर झुका के जियो
गमों का दौर भी आए तो मुस्कुरा के जियो
घटा में छुप के सितारें फ़ना नहीं होते
अँधेरी रात के दिल में दीये जला के जियो
न जाने कौन सा पल मौत की अमानत हो
हर एक पल की खुशी को गले लगा के जियो
ये ज़िन्दगी किसी मंज़िल पे रुक नहीं सकती
हर एक मकाम से आगे कदम बढ़ा के जियो