क्या होगा - The Indic Lyrics Database

क्या होगा

गीतकार - | गायक - | संगीत - | फ़िल्म - | वर्ष - 2014

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दिल का दिया शब् भर जला
तेरे लिए ो पिया
जाते हुए जाते हुए
कहके गया कहके गया
प्यार दीदार दीदार

दिल तो दिया है जान भी देदे
और नज़राना क्या होगा
क्या होगा क्या होगा
नौ को छू के लौट आया जो
वो परवाना क्या होगा
नौ को छू के लौट आया जो
वो परवाना क्या होगा

क्या होगा क्या होगा क्या होगा
क्या क्या जी क्या क्या जी क्या होगा
क्या होगा क्या होगा क्या होगा
क्या क्या जी क्या क्या जी क्या होगा

सर पे फ़लक है फलक पे सितारे
ाजी हमने तो देखे हैं आँखों में सरे
ो पलकों झुकाने से क्या होगा
ो पलकों झुकाने से क्या होगा

क्या होगा क्या होगा क्या होगा
क्या क्या जी क्या क्या जी क्या होगा
क्या होगा क्या होगा क्या होगा
क्या क्या जी क्या क्या जी क्या होगा
दिल का दिया शब् भर जला
तेरे लिए ो पिया

क्या क्या बताएं कि किन किन ज़मानों में
देखना है हमने तुम्हे
ओ पिया जी पिया
रुमानी मौसम की
सब दास्तानों में
देखा है हमने तुम्हे
ओ पिया जी पिया

ओ पिया जी पिया
मोरे पिया जी मोरे पिया जी
मोरे पिया जी पिया जी
पिया जी पिया जी पिया
पिया जी पिया जी मोरे पिया
मोरे पिया जी पिया जी
पिया जी पिया जी पिया
पिया जी पिया जी मोरे पिया

जाना तू बारिश
की आवाज़ में
कभी छाओं
के अंदाज़ में
कभी उड़ती हुई
धुप में
कभी खुशबू
की बदमाज़ में

उड़ते गुज़रते जो
नादिया ने देखा
पानी पे परछाई
सहला के देखा
हो कटरा के अब
हमसे क्या हॉफगा
कटरा के अब
हमसे क्या होगा

क्या होगा क्या
होगा क्या होगा
क्या क्या जी क्या
क्या जी क्या होगा
क्या होगा क्या
होगा क्या होगा
क्या क्या जी क्या
क्या जी क्या होगा

ऐ ज़िन्दगी उसपे वार के आये
सारे ऐहसान उतार के आये
हमने तारे उतारे थे लेकिन
उसने तो आसमान लूट लिया

लूट लिया भाई लूट लिया भाई
लूट लिया भाई लूट
लिया भाई लूट लिया
लूट लिया भाई लूट लिया भाई
लूट लिया भाई लूट
लिया भाई लूट लिया

पर्दा उठायी के
घूंगट गिरायी के
पर्दा उठायी के
घूंगट गिरायी के
चैन हमारा लूट लिया

लूट लिया भाई लूट
लिया भाई लूट लिया
लूट लिया भाई लूट
लिया भाई लूट लिया
नज़र उठायी और
नज़र उठायी और
पलकें गिर के लूट लिया
नज़र उठायी और
पलकें गिर के लूट लिया
सलाम-इ-शौक ने
कुछ इस तरह से लूट लिया

लूट लिया भाई लूट
लिया भाई लूट लिया
लूट लिया भाई लूट
लिया भाई लूट लिया
न जाने खूं हुआ
न जाने खूं हुआ
कितनी आरज़ूओं का
न जाने खूं हुआ
कितनी आरज़ूओं का

लबों में पान की
सुर्खी लगा के लूट लिया
लूट लिया भाई लूट
लिया भाई लूट लिया
लूट लिया भाई लूट
लिया भाई लूट लिया

वफ़ा से लूटा कभी कभी
और कभी दगा से लूट लिया
वफ़ा से लूटा कभी कभी
और कभी दगा से लूट लिया
सितम सितम है
सितम सितम है
सितम सीता सितम
हर ऐडा पे लूट लिया

लूट लिया भाई लूट
लिया भाई लूट लिया
लूट लिया भाई लूट
लिया भाई लूट लिया.