अंत नहीं और अंग नहीं संध्या: - The Indic Lyrics Database

अंत नहीं और अंग नहीं संध्या:

गीतकार - शाहीन इकबाल | गायक - जुबिन गर्ग | संगीत - आनंद राज आनंद | फ़िल्म - संध्या | वर्ष - 2003

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अंत नहीं और अंग नहीं
ख़्वाब नहीं है शोर नहीं
सोई हुई याद नहीं
जागी हुई भोर नहीं
डर है कुछ दूर है
मोक्ष है मशहूर है
गुल से ना सुलझे तो पर ना बुझे रे
संध्या -४