बादाब ऐ वतन जान ए जान जान ए मन - The Indic Lyrics Database

बादाब ऐ वतन जान ए जान जान ए मन

गीतकार - आनंद बख्शी | गायक - कोरस, उदित नारायण, जसपिन्दर नरूला, सुखविंदर सिंह | संगीत - सुखविंदर सिंह | फ़िल्म - हिंदुस्तान की कसम | वर्ष - 1999

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बाअदब बाअदब होशियार होशियार होशियार
बाअदब बाअदब थाम लो दिल को सब
ये ज़मीं चूमकर सब कहो झूमकर हे
ऐ वतन ऐ वतन जान-ए-जां जान-ए-मन
ये समां ये बहार दिल फ़िदा जां निसार
ऐ वतन ...जलवा तेरा जलवा जलवा ओ तेरा जलवा जलवा
नच घुघिये नी तेनूं पका देयांगे
कच्चा नई तेनूं पक्का देयांगे
रिझ दी दाल विच पका देयांगे
नच घुघिये ...दुध दी खीर नाल लिपा देयांगे
रोटी पूरी नईं चप्पा देयांगे
गोल गोल गोल गोल चप्पा देयांगे
नच घुघिये ...जिस्म तेरा सोने का हीरे मोती लाल जड़े हैं
तेरे दर पे हम सब तेरे पहरेदार खड़े हैं
हम हैं तो क्या ग़म है प्यारे काहे का है खतरा
जलवा तेरा ...
ऐ वतन ...चनवे कि शौकण मेले दी
शावा कि शौकण मेले दी ओ
मैं धो के झांझरा पाउंदी
मैं हिलदी आउंदी
कि शौकण आहा कि शौकण मेले दी
चनवे कि शौकण मेले दी
अड़िये कि नक तेरी सोने दी
चनवे कि शौकण मेले दी
बुलियां ते मलाइयां लाऊंदी
चूड़ा खनकाउंदी मेलदी आउंदी
कि शौकण आहा कि शौकण मेले दी
चनवे कि शौकण मेले दी
शावा कि शौकण मेले दी ओहूं मैं हूं फ़ौज़ी तू मनमौजी
मैं हूं फ़ौज़ी अरे तू मनमौजी
खूब मिले दीवाने दो जी खूब मिले दीवाने
इस मिट्टी के साथ जुड़े हैं फ़र्ज़ मोहब्बत रोटी रोज़ी
दिल के अंदर इश्क़ का जज़्बा
क्या जलवा क्या परदा
जलवा तेरा ...
ऐ वतन ...गुलशन गुलशन सेहरा सेहरा
महफ़िल महफ़िल साहिल साहिल
बस्ती बस्ती मस्ती मस्ती
ज़ुल्फ़ में बादल जलवा जलवा
आँख में काजल ओय क्या कहना
फूल सा मुखड़ा जलवा जलवा
चाँद का टुकड़ा ओय क्या कहना
चेहरा किताबी ओय क्या कहना
होंठ गुलाबी ओय क्या कहना
चाल शराबी ओय क्या कहना
ठाठ नवाबी ओय क्या कहना
कोई फ़रिश्ता या बंदा
सबकी ज़ुबां पे तेरा चर्चा
जलवा तेरा ...