काली काली मंडलाए भंवरा - The Indic Lyrics Database

काली काली मंडलाए भंवरा

गीतकार - कतील शिफाई | गायक - नूरजहां | संगीत - खुर्शीद अनवर | फ़िल्म - चिंगारी (पाकिस्तानी-फिल्म) | वर्ष - 1964

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कली-कली मँड़लाये भँवरा
कहीं भी चैन न पाए
सभी से नैन मिलाए पगला
हरजाई कहलाएनये नवेले प्यार के मेले
इसके मन को भाए
हम दुखियारे बिरहा के मारे
छुप छुप नीर बहाए
हमें रुलाता जाये भँवरा
आप नये सुख पाएमीत है किसके गीत ये इसके
झूठी हैं सब ताने
क्या होती है प्यार भरी लय
हरजाई क्या जाने
हाथ लगाने आए भँवरा
बात बने उड़ जाएघुन घुन गाये रूप चुराए
देकर प्यार की लोरी
लाख सताये फिर भी लुभाए
इस छलिये की चोरी
काश मेरा बन जाए भँवरा
और कहीं ना जाएसभी से नैन मिलाए पगला
हरजाई कहलाए