जवानी का आलम बड़ा बेखबर है दुपट्टे का पल्लू - The Indic Lyrics Database

जवानी का आलम बड़ा बेखबर है दुपट्टे का पल्लू

गीतकार - निदा फाजली | गायक - सहगान, ऋचा शर्मा | संगीत - आदेश श्रीवास्तव | फ़िल्म - | वर्ष - 2000

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जवानी का आलम बड़ा बेखबर है
दुपट्टे का पल्लू किधर का किधर है
कहीं है चुनरिया कहीं पे कमर है
वो थोड़ी इधर है वो थोड़ी उधर है
अरे ये जिधर है ज़माना उधर है
जवानी का आलम ...सुलगती ये साँसें धड़कती जवानी
जिसे भी ये छू ले उसे कर दे पानी आ आ
ये कैसी कसक है ये कैसी चुभन है
ये नई उमर है ये नई लगन है
अरे ये जिधर है ...नच ले नच ले नच ले गोरिया अंग अंग से नच लेये चंचल अदाएँ नशीली निगाहें
खुलेआम चोरी करें दिल चुराएं
लचकता बदन है फिसलती कमर है
अरे ये जिधर है ...