गरज बरस सावन घिर आयो - The Indic Lyrics Database

गरज बरस सावन घिर आयो

गीतकार - अली अज़मत, साबिर ज़फ़री | गायक - अली अज़मत | संगीत - अली अज़मत | फ़िल्म - पाप | वर्ष - 2003

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गरज बरस सावन घिर आयो -२गरज बरस सावन घिर आयो -४
देखो कैसे अनजाने रसतों पे बरसे घटा
आओ ले लें मतवाली मसतानी रुत का मज़ा
गरज बरस सावन घिर आयो -२आ आ भी जा मेरी जाँ आ भी जा
चाहे तू ज़हर दे या जीने की दुआ
कैसा ये नाता है साँसों से साँसों का
सुन तो ले दे सदा भीगी-भीगी फ़ज़ाहू आये ज़िन्दगी रंगों में डूबेगी
सुरमई शाम ये भूलेगी ना कभी
कोई तो बातें हों आँखों से आँखों की
प्यार की रोशनी जलती बुझती हुई
गरज बरस सावन घिर आयो -४लाओ ढूँढें मिल के ख़ुशियों का लमहा कोई
सीने में जो भड़के तो भड़काये शोला कोई
गरज बरस सावन घिर आयो -१२गरज बरस सावन घिर आयो