किस्मत में बिछादान था - The Indic Lyrics Database

किस्मत में बिछादान था

गीतकार - कमर जलालाबादी | गायक - गीता दत्त, मुकेश | संगीत - एस डी बर्मन | फ़िल्म - शबनम | वर्ष - 1949

View in Roman

मु:क़िस्मत में बिछड़ना था
हुई क्यों उनसे मुलाक़ात रेगी: न रुकति(?) मुझसे प्यार के
मेर दिल नहीं मेरे हाथ रेमु:क़िस्मत में बिछड़न थ हुई क्यों उनसे मुलाक़ात रेगी: तू कौन है ये मालूम नहीं
तू कौन है ये मालूम नहीं
फिर दिल क्यों तुझे बुलाता है
तक़दीर ने छोड़ा साथ मगर
तू छोड़ न मेरा साथ रेमु:क़िस्मत में बिछड़ना था हुई क्यों उनसे मुलाक़ात रेमु:मैं अपना सब कुछ खो बैठा
मैं अपना सब कुछ खो बैठा
क्या प्यार में तेरा बिच्चड़ा रे
गी: तू आके देख इक बार है मेरी
आँख़्हों में बरसात रे
मु:क़िस्मत में बिछड़ना था हुई क्यों उनसे मुलाक़ात रेमु:याद आके न रस्ता रोक मेरा
याद आके न रस्ता रोक मेरा
मुझे जाने दे मुझे जाने दे
गी: इक बार लौट के आ थाम ले
आकर मेरा हाथ रे
मु:क़िस्मत में बिछड़ना था हुई क्यों उनसे मुलाक़ात रे