बुलया - The Indic Lyrics Database

बुलया

गीतकार - | गायक - | संगीत - | फ़िल्म - | वर्ष - 2016

Song link

View in Roman

मेरी रूह का परिंदा फड़फड़ाये
लेकिन सुकून का जज़ीरा मिल न पाये
मैं की करां..
मैं की करां..

इक बार को तजल्ली तोह दिखा दे
झूठी सही मगर तसल्ली तो दिला दे
वे कई कारण..
वे कई कारण..

रांझन दे यार बुलया
सुनले पुकार बुलया
तू ही तोह यार बुलया
मुर्शिद मेरा
तेरा मुकाम कमले
सरहद के पार बुलया
परवरदिगार बुलया
हाफ़िज़ तेरा

रांझन दे यार बुलया
सुनले पुकार बुलया
तू ही तोह यार बुलया
मुर्शिद मेरा
तेरा मुकाम कमले
सरहद के पार बुलया
परवरदिगार बुलया
हाफ़िज़ तेरा

मैं काबुल से लिपटी तितली की तरह मुहाजिर हूँ
एक पल को ठेहरु
वे मैं तँ हूँ पगडण्डी लभदी ऐ जो राह जन्नत दी
तू मुड़े जहाँ मैं साथ मुद जाऊं

तेरे कारवां में शामिल होना चहुँ
कमिया तराश के मैं क़ाबिल होना चहुँ
वे कई कारण..
वे कई कारण..

रांझन दे यार बुलया
सुन ले पुकार बुलया
तू ही तोह यार बुलया
मुर्शिद मेरा
तेरा मुकाम कमले
सरहद के पार बुलया
परवरदिगार बुलया
हाफ़िज़ तेरा

 

 

रांझन दे यार बुलया
सुन ले पुकार बुलया
तू ही तोह यार बुलया
मुर्शिद मेरा
तेरा मुकाम कमले
सरहद के पार बुलया
परवरदिगार बुलया
हाफ़िज़ तेरा

रांझणा वे…
रांझणा वे…

जिस दिन से आशना से दो अजनबी हुवे हैं
तन्हाइयों के लम्हे सब मुल्तबी हुवे हैं
क्यों आज मैं मोहब्बत
फिर एक बार करना चहुँ
हाँ…

ये दिल तोह ढूंढता है इनक़ार के बहाने
लेकिन ये जिस्म कोई पाबंदियाँ न माने
मिलके तुझे बगावत
खुद से ही यार करना चहुँ

मुझमे अगन है बाकी आज़मा ले
ले कर रही हूँ मैं खुद को तेरे हवाले
वे रांझना…
वे रांझना…

रांझन दे यार बुलया
सुनले पुकार बुलया
तू ही तोह यार बुलया
मुर्शिद मेरा
तेरा मुकाम कमले
सरहद के पार बुलया
परवरदिगार बुलया
हाफ़िज़ तेरा

रांझन दे यार बुलया
सुनले पुकार बुलया
तू ही तोह यार बुलया
मुर्शिद मेरा
तेरा मुकाम कमले
सरहद के पार बुलया
परवरदिगार बुलया
हाफ़िज़ तेरा

मुर्शिद मेरा