गुलशन पे है बहार कोयल की है पुकारो - The Indic Lyrics Database

गुलशन पे है बहार कोयल की है पुकारो

गीतकार - | गायक - सुरैया | संगीत - गुलाम हैदर | फ़िल्म - जग बिती | वर्ष - 1946

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गुलशन पे है बहार कोयल की है पुकार
पिया आजा रेबीता जो बचपन तो आई जवानी
उसकी कहानी पिया तुमको सुनानी
जिया है बेक़रार बातें तो हों दो-चार
पिया आजा रे
गुलशन पे है बहार ...सखियों ने डाले हैं अम्बवा पे झूले
ऐसे समय में सैयां तुम हमको भूले
छेड़ेंगे मन के तार गाएँगे हम मल्हार
पिया आजा रे
गुलशन पे है बहार ...आँखों में आ के पिया दिल में समा जा
उजड़ी हुई तू मेरी दुनिया बसा जा
जीवन के ये दिन चार क्यूँ जाने दें बेकार
पिया आजा रे
गुलशन पे है बहार ...