पान खाए सैंया हमारो - The Indic Lyrics Database

पान खाए सैंया हमारो

गीतकार - शैलेंद्र | गायक - आशा भोसले | संगीत - शंकर जयकिशन | फ़िल्म - तीसरी कसम | वर्ष - 1966

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पान खाए सैंया हमारो
साँवली सुरतिया होंठ लाल लाल
हाय हाय मलमल का कुर्ता
मलमल के कुर्ते पे छींट लाल लाल
हमने मँगाई सुरमेदानी
ले आया ज़ालिम बनारस का ज़र्दा
अपनी ही दुनिया में खोया रहे वो
हमरे दिल की ना पूछे बेदर्दा
बगिया गुन-गुन, पायल छुन-छुन
चुपके से आई है रुत मतवाली
खिल गई कलियाँ दुनिया जाने
लेकिन न जाने बगिया का माली
खा के गिलौरी शाम से ऊँघे
सो जाए वो दिया-बाती से पहले
आँगन अटारी में घबराई डोलूँ
चोरी के डर से दिल मोरा दहले