आग लगी दिल में वो पयारी - The Indic Lyrics Database

आग लगी दिल में वो पयारी

गीतकार - मजरूह सुल्तानपुरी | गायक - नसीम अख्तर | संगीत - नौशाद | फ़िल्म - शाहजहां | वर्ष - 1946

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आग लगी दिल में वो पयारी
गाने लगीं उमंगें सारीजगा के मुझे सोती हैं रातें
दिल जाने कया कया करता है बातें
लहरा के मसतियों में उठीं बरसातें
आँखों से एक नशा है तारी
आग लगी दिल में वो पयारी
गाने लगीं उमंगें सारीमुहब्बत की दुनिया बसा ले
अब कोई मुझ को अपना बना ले
मुझे जवानियों की फ़िज़ा में उड़ा ले
तारे हँसें करें गुलकारी
आग लगी दिल में वो पयारी
गाने लगीं उमंगें सारी