More आंगन पुरुष छिटाकी चंदानी - The Indic Lyrics Database

More आंगन पुरुष छिटाकी चंदानी

गीतकार - नरेंद्र शर्मा | गायक - पारुल घोष | संगीत - अनिल बिस्वास | फ़िल्म - ज्वार भाटा | वर्ष - 1944

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मोरे आंगन में छिटकी चाँदनी
घर आ जा सजन
छेड़ी कोयल ने प्रीत की रागिनी, मीठी रागिनीचंदा मोरे अंग जलाए
प्रीत की ज्वाला सही न जाए
कुम्हलाए पिया बिन कामिनीगई सजन संग नींद निगोड़ी
तड़पत नित नैनन की जोड़ी
मैं बनी तेरी बैरागिनी