सुनो रे रसिया - The Indic Lyrics Database

सुनो रे रसिया

गीतकार - हसरत | गायक - लता | संगीत - वसंत देसाई | फ़िल्म - झनक झनक पायल बाजे | वर्ष - 1955

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ओ सुनो, सुनो, सुनो, सुनो, सुनो जी

ओ सुनो, सुनो, सुनो, सुनो रे रसिया
हो मन बसिया
कुछ-कुछ तुमसे बोले अंखियाँ
ओ कुछ-कुछ तुमसे बोले अंखियाँ
देख-देख तोहे आशा नाचे
छक छुम छुम छुम
छक छुम छुम
झूम झूम मन बीना बाजे
तर तुम तुम तुम
तर तुम तुम
कटती नहीं रतिया हो रसिया कटती नहीं रतिया
कुछ-कुछ तुमसे बोले अंखियाँ
हो सुनो, सुनो, सुनो, सुनो जी मोरे रसिया
हो मन बसिया
कुछ-कुछ तुमसे बोले अंखियाँ
खोल-खोल रे मन के किवड़िया
मेरे बैन मेरे नैन मेरे बैन मोरे श्याम
हाथ जोड़ के आई गुजरिया
मेरे तन मेरे मन मेरा धन मेरा प्रन
बिनती करूँ छलिया हो रसिया बिनती करूँ छलिया
कुछ-कुछ तुमसे बोले अंखियाँ
झूठ-मूठ की रार को छोड़ो
मेरे राज मेरे प्यार मेरे ताज मेरे हार
प्रेम-प्यार की डोर न तोड़ो
मेरे मोर मेरे चोर मोरे ओर मेरे शोर
जान गई बतियाँ हो रसिया जान गई बतियाँ
कुछ-कुछ तुमसे बोले अंखियाँ
हो सुनो, सुनो, सुनो, सुनो रे रसिया
हो मन बसिया
कुछ-कुछ तुमसे बोले अंखियाँ
सुनो, सुनो, सुनो, सुनो रे रसिया
हो मन बसिया
कुछ-कुछ तुमसे बोले अंखियाँ
ओ कुछ-कुछ तुमसे बोले अंखियाँ$