रात है अरमान भारी - The Indic Lyrics Database

रात है अरमान भारी

गीतकार - हसरत जयपुरी | गायक - गीता दत्त, तलत महमूद | संगीत - राम गांगुली | फ़िल्म - संगम | वर्ष - 1954

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ओ~ ओ~ ओ~
को:(रात है अरमां भरी)-२
रात हैगी: (रात है अरमां भरी)-२
और क्या सुहानी रात है
आज बिछड़े दिल मिले हैं
तेरा मेरा साथ है
रात है ...ओ~ ओ~ ओ~
को:रात है अरमां भरीगी: मेरी आँखों में इशारे
(तेरी आँखों में है प्यार)-२
त:छा गई है आज अरमानों पे मतवाली बहार
(प्यार के हाथों में दिल्बर)-२
आज मेरा हाथ है
रात है ...ओ~ ओ~ ओ~
को:रात है अरमां भरीगी: ले रहे हैं आज दिल के तार भी अंगड़ाइआं
तार भी अँगड़ाइआं
त:फिर मिली है प्यार के संगम से दो परछाइआं
गी: (छा गया बादल खुशी का)-२
प्यार की बरसात है
दो:रात है अरमां भरी
और क्या सुहानी रात है
आज बिछड़े दिल मिले हैं
तेरा मेरा साथ है
रात है ...ओ~ ओ~ ओ~
को:रात है अरमां भरी