नुक्ताचिं है गम ए दिल उसको सुनाये ना बने - The Indic Lyrics Database

नुक्ताचिं है गम ए दिल उसको सुनाये ना बने

गीतकार - ग़ालिब | गायक - के एल सहगल | संगीत - पंकज मलिक | फ़िल्म - यहूदी की लड़की | वर्ष - 1933

View in Roman



नुक्ताचीं है, ग़म-ए-दिल उसको सुनाये न बने
क्या बने बात जहाँ बात बनाये न बने -२मैं बुलाता तो हूँ उसको मगर ऐ जज़्बा-ए-दिल -२
उस पे बन जाये कुछ ऐसी
उस पे बन जाये कुछ ऐसी कि बिन आये न बने -२
नुक्ताचीं है, ग़म-ए-दिल उसको सुनायेबोझ वो सर पे गिरा
बोझ वोह सर से गिरा है, कि उठाये न उठे
काम वो आन पड़ा है के बनाये न बने -२
नुक्ताचीं है, ग़म-ए-दिल उसको सुनायेइश्क़ पर ज़ोर नहीं
इश्क़ पर ज़ोर नहीं है ये वो आतिश ग़ालिब
के लगाये न लगे
के लगाये न लगे और बुझाये न बने -२
नुक्ताचीं है, ग़म-ए-दिल उसको सुनाये