हो बिंदिया जिया धड़क सखी रि - The Indic Lyrics Database

हो बिंदिया जिया धड़क सखी रि

गीतकार - कतील शिफाई | गायक - नूरजहां, नसीम बेगम | संगीत - राशिद अत्रे | फ़िल्म - नींद (पाकिस्तानी-फिल्म) | वर्ष - 1959

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नूर जहाँ : हो~ बिंदिया-२
नसीम बेगुम : हो~ साँवरी
नूर जहाँ : जिया धड़के सखी री
जिया धड़के सखी री जोर से जी
आई मिलके बलम चितचोर से
नसीम बेगुम : आई मन में लहर किस ओर से जी
तोरे नैना लड़े किस छोर से
नूर जहाँ : जिया धड़के सखी रीनूर जहाँ : {आलाप}
नसीम बेगुम : काहे दुनिया रंगीली आज लगे-२
नूर जहाँ : मोहे कहते हुए भी लाज लगे-२
मन बाँधे~
मन बाँधे लगन की डोर से जी
आई मिलके बलम चितचोर से
नसीम बेगुम : आई मन में लहर किस ओर से जी
तोरे नैना लड़े किस छोर से
नूर जहाँ : जिया धड़के सखी रीनूर ज़हाँ : हुई मैं तो निराली धुन में मगन-२
नसीम बेगुम : सखी साच कहो लागी किस की लगन-२
तोरे मन में~
तोरे मन में छुपे हैं चोर से जी
तोरे नैना लड़े किस छोर से
नूर जहाँ : जिया धड़के सखी रीनूर जहाँ : मैं ख़ुद हूं कहीं मोरा ध्यान कहीं-२
नसीम बेगुम : कहो मोरी क़सम यही प्रीत नहीं-२
नूर जहाँ : मैं कैसे~
मैं कैसे छुपाऊं तोर से जी
आई मिलके बलम चितचोर से
जिया धड़के सखी री जोर से जी
आई मिलके बलम चितचोर से
जिया धड़के सखी री