अंधी क़िस्मत किसे ले चलेगी कहाँ - The Indic Lyrics Database

अंधी क़िस्मत किसे ले चलेगी कहाँ

गीतकार - शैलेंद्र सिंह | गायक - लता मंगेशकर | संगीत - रोशन | फ़िल्म - संस्कार | वर्ष - 1952

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अँधी क़िस्मत किसे ले चलेगी कहाँ, हाय कोई जाने ना
ग़म के हाथों किसे बेच देगी कहाँ हाय कोई जाने ना
(हाय कोई जाने ना, किस घड़ी घेर ले, ग़म की काली बदली)-२
इस के सर जाने कब घट ? पड़े आसमाँ, हाये कोई जाने ना(बचके चलते हैं सब ज़िंदगी की डगर, फिर भी मुश्किल है क्यों)-२
आके मन्ज़िल पे क्यों लुट गये कारवाँ हाय कोई जाने ना(है ये किस का चमन जिस में कलियों को खिलने का हक़ भी नहीं)-२
है वो ? या नासमझ बाग़्बाँ हाय कोई जाने ना
अँधी क़िस्मत किसे ले चलेगी कहाँ, हाय कोई जाने ना