ये मौसम और ये तनहाई - The Indic Lyrics Database

ये मौसम और ये तनहाई

गीतकार - शकील बदायुँनी | गायक - सुरैया | संगीत - नौशाद | फ़िल्म - दास्तां | वर्ष - 1950

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ये मौसम और ये तन्हाई ज़रा दम भर को आ जाओ
यही मौका है मिलने का लगी दिल की बुझा जाओ
यही मौका है मिलने काबड़ी मुशकिल से मैं ने आज दिल के तार छेड़े हैं
इन्हीं तारों पे तुम आकर कोई नग़मा सुना जाओ
ये मौसम और ये तन्हाईयहाँ हर चीज़ खाली है मुहब्बत के सिवा प्यारे
ये दुनिया आनी जानी है, ज़रा हँस लो हँसा जाओ
यही मौका है मिलने का