हे इक दिन किसी फकीर ने जिसका कोई नहीं उसका तो कुदा है यारो - The Indic Lyrics Database

हे इक दिन किसी फकीर ने जिसका कोई नहीं उसका तो कुदा है यारो

गीतकार - | गायक - किशोर कुमार | संगीत - कल्याणजी, आनंदजी | फ़िल्म - लावारिस | वर्ष - 1981

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हे हे हे
इक दिन किसी फ़क़ीर ने इक बात कही थी
अब जा के दिल ने माना माना वो बात सही थीजिसका कोई नहीं उसका तो ख़ुदा है यारो -२
( मैं नहीं कहता ) -२ किताबों में लिखा है यारों
जिसका कोई नहीं ...( हम तो क्या हैं ) -२ वो फ़रिश्तों को आजमाता है -२
बनाकर हमको मिटाता है फिर बनाता है
( आदमी टूट के ) -२ सौ बार जुड़ा है यारों
जिसका कोई नहीं ...इम्तहानों का यहाँ दौर यूँ ही चलता है -२
आँधियों में भी उम्मीदों का दिया जलता है
( कल की उम्मीद पे ) -२ इंसान जिया है यारों
जिसका कोई नहीं ...( कब तलक हमसे ) -२ तक़दीर भला रूठेगी -२
इन अँधेरों से उजाले की किरण फूटेगी
( ग़म के दामन में ) -२ कहीं चैन छुपा है यारों
जिसका कोई नहीं ...