कुछ और ज़माना कहता है - The Indic Lyrics Database

कुछ और ज़माना कहता है

गीतकार - शैलेंद्र | गायक - मीना कपूर | संगीत - अनिल बिस्वास | फ़िल्म - छोटी छोटी बातें | वर्ष - 1965

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कुछ और ज़माना कहता है
कुछ और है ज़िद मेरे दिल की
मैं बात ज़माने की मानूँ
या बात सुनूँ अपने दिल की
दुनिया ने हमें बेरहमी से ठुकरा जो दिया अच्छा ही किया
नादां हम समझे बैठे थे निभती है यहाँ दिल से दिल की
इन्साफ़ मोहब्बत सच्चाई, वो रहम-ओ-करम के दिखलावे
कुछ कहते जुबां शर्माती है, पूछो ना जलन मेरे दिल की
गो बस्ती है इन्सानों की, इन्सान मगर ढूँढे ना मिला
पत्थर के बुतों से क्या कीजे फ़रियाद भला टूटे दिल की