हे मन ओ माय हे मन बानहोन में कास ले - The Indic Lyrics Database

हे मन ओ माय हे मन बानहोन में कास ले

गीतकार - समीर | गायक - अनुराधा पौडवाल | संगीत - आनंद, मिलिंद | फ़िल्म - जंगल लव | वर्ष - 1990

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He-man, o my He-man
बाहों में कस ले होंठों का रस ले ऐसे मुझे न तड़पा
आके लिपट जा थोड़ा सिमट जा सीने से मुझको लगा
He-manहाँ हाँ ओ हाँ ...हाथों से बदन सहलाऊंगी मैं
प्यार की गर्मी बढ़ाऊंगी मैं
तेरे दिल को भी पिघलाऊंगी मैं
थोड़ा लहराने दे मस्ती चढ़ जाने दे छाने दे थोड़ा नशा
He-manहाँ हाँ ओ हाँ ...दुनिया में देखे मैने लाखों जवां
तेरे जैसा देखा नहीं कोई यहां
आँखों में बसा लो मुझे जान-ए-जहां
ऐसा मुझे मर्द मिलेगा कहां
भीगे मेरे ख्यालों को छू ले मेरे गालों को प्यासी हूँ प्यास बुझा
He-manहाँ हाँ ओ हाँ ...