कोयल बोली दुनिया डोली - The Indic Lyrics Database

कोयल बोली दुनिया डोली

गीतकार - आनंद बख्शी | गायक - लता - रफी | संगीत - लक्ष्मीकांत प्यारेलाल | फ़िल्म - सरगम | वर्ष - 1979

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कोयल बोली दुनिया डोली
समझो दिल की बोली
दिल दुनिया में फ़र्क़ है कितना
तू है कितनी भोली
इस दिल के धोखे में रह लो
कुछ भी सुन लो, कुछ भी कह लो
रंग बिना न खेली जाए इस जीवन की होली
ऊपर अम्बर, नीचे ज़मीं है
इतना बड़ा घर कोई नहीं है
फूल, पवन, बादल, पंछी
ये सब अपने हमजोली
देखो हँस दो, दिल न तोड़ो
मैं ख़ुश हूँ तुम मेरा साथ ना छोड़ो
तेरा साथ मैं छोडूंगा पर भेज के तेरी डोली