बोलो जी बोलो कुछ परवाना तेरी महफिल आया है - The Indic Lyrics Database

बोलो जी बोलो कुछ परवाना तेरी महफिल आया है

गीतकार - जावेद अनवर | गायक - मुकेश, सुमन कल्याणपुर | संगीत - उषा खन्ना | फ़िल्म - निशान | वर्ष - 1965

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मु : बोलो जी बोलो कुछ बोलो जी बोलो
परवाना तेरी महफ़िल आया है
दीवाना तेरी महफ़िल आया है
सु : सोचो जी सोचो कुछ सोचो जी सोचो
क्यूँ शमा ने तुमको बुलाया है -२मु : शमा रोशनी तेरी कम हो न जाए
तेरी बज़्म में दिल जलाने को आए
सु : नहीं दिलजलों का यहाँ काम कोई -२
मु : हमारे ही दम से है तेरी कहानी
सु : नवाज़िश इनायत करम मेहरबानी
सोचो जी सोचो कुछ ...है परवाने तेरी ज़रा सी ये हस्ती
नहीं देख अच्छी ये आतिश-परस्ती
मु : मोहब्बत में जलना है ईमान मेरा -२
सु : मोहब्बत की दुनिया बड़ी बेरहम है
मु : मगर आशिक़ों पे ख़ुदा का करम है
बोलो जी बोलो कुछ ...