आए कुछ अब्र कुछ शराब आए - The Indic Lyrics Database

आए कुछ अब्र कुछ शराब आए

गीतकार - फ़ैज़ अहमद फ़ैज़ी | गायक - मेहदी हसन | संगीत - पं गुलाम कादिर | फ़िल्म - मेहदी हसन की बेहतरीन ग़ज़लें (गैर फ़िल्म) | वर्ष - 1985

View in Roman हम जहाँ पहुँचे कामयाब आयेउम्र के हर वरक़ पे दिल की नज़र
तेरी मेहर-ओ-वफ़ा के बाब आयेइस तरह अपनी ख़ामुशी गूँजी
गोया हर सिम्त से जवाब आये
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आये कुछ अब्र कुछ शराब आये
उसके बाद आये जो अज़ाब आयेबाम-ए-मीना से माहताब उतरे
दस्त-ए-साक़ी में आफ़ताब आयेकर रहा था ग़म-ए-जहाँ का हिसाब
आज तुम याद बेहिसाब आयेहर रग़-ए-ख़ूँ में फिर चराग़ाँ हो
सामने फिर वो बे-नक़ाब आये'फ़ैज़' की राह सर-ब-सर मंज़िल
हम जहाँ पहुँचे कामयाब आयेउम्र के हर वरक़ पे दिल की नज़र
तेरी मेहर-ओ-वफ़ा के बाब आयेइस तरह अपनी ख़ामुशी गूँजी
गोया हर सिम्त से जवाब आये