सूरी देव जगदीप तेज जिनका जग साजे - The Indic Lyrics Database

सूरी देव जगदीप तेज जिनका जग साजे

गीतकार - रमेश गुप्ता? | गायक - फूला जी बुवा साहब | संगीत - शंकरराव व्यास | फ़िल्म - | वर्ष - 1943

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सूर्य देव जगदीप तेज जिनका जग साजे
सात अश्व के रथ पर सारथी अरुण विराजेतुम उनके कुलदीप राम घर-घर जय गाजे
गूँज उठे दश दीश कीर्ति का डन्का बाजेदानवीर हरिश्चन्द्र नृपति सत्य सेवा वृतधारी
पुत्र नारी दिए बेच सत्य पर बन गए आप भिखारीकठिन तपस्या भगिरथ की श्री गंगा जी को लाए
गो ब्राह्मण प्रतिपाल भूपति दिलीप राज कहाएरघुराज की गौरव-गाथा कोई नहीं बिसराए
अश्वमेध कर अज ने जग में कीर्ति ध्वज फरकाएदशरथ जी ने देह तजा पर बचन नहीं तज पाए
तुम हो उनके प्राण जगत जिनके निस-दिन गुण गाएसूर्यवंश की विजय-पताका तुम फिर से फरका दो
रामराज्य से भारत में तुम सुख-शान्ति बरसा दो