ज्ञानन झन्नान बाज रही है आया राम राज़ी त्योहार - The Indic Lyrics Database

ज्ञानन झन्नान बाज रही है आया राम राज़ी त्योहार

गीतकार - बालम | गायक - सहगान | संगीत - शंकर राव व्यास | फ़िल्म - भारत मिलाप | वर्ष - 1942

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झननन-झननन बाज रही है मीठी झाँझो की झनकार
आया-आया राम-राज्य की पुण्य-प्रभा का शुभ-त्योहारआया राम-राज्य त्योहार -३फर-फर करता ध्वज लहराये -२
द्वार-द्वार में तोरन सजाये -२
पीत माल से नगर सुहाये -२
केसर चन्दन छिड़का है सब
बरसी फुर गुन पार ??
आया राम-राज्य त्योहार -२हर्शित हैं सबही नर-नारी -२
नाचत-गावत दे-दे तारी -२
चमुचित ?? हुई अयोध्या सारी -२
घर-घर और मन्दिर में गूँजे
राम-राम जयकारराजा रामचन्द्र की जय
राजा रामचन्द्र की जय जय जय जय
राम-नाम जयकार
आया राम-राज्य त्योहार -२राज-भवन में नौबत बाजे -२
झूमत हाथी-घोड़े साजे -२
मंगल गीत बन्दिजन गाते -२
महाराज दशरथ मन छाया
हंशानन का पाठ ??
आया राम-राज्य त्योहार -२सफल शुखों की मंगल करनी -२
हर्श भरी कौशल्या जननी -२
दान-मान विद्यन को देती -२
मात्र-प्रेम जरता अन्तर से -२
स्नेह सुधा की धार
आया राम-राज्य त्योहार -२