दिल की दुनिया जो लुता दी तेरे दीवानों ने - The Indic Lyrics Database

दिल की दुनिया जो लुता दी तेरे दीवानों ने

गीतकार - केदार शर्मा | गायक - शमीम | संगीत - ज्ञान दत्त | फ़िल्म - अरमान | वर्ष - 1942

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दिल की दुनिया जो लुटा दी तेरे दीवानों ने
फिर से आबाद उसे कर दिया अरमानों नेदश्त में उड़ती हैं चिंगारियाँ जुगनू बन कर
शमा को उड़ना है सिखला दिया परवानों नेदास्ताँ सुन के चट्टानों से हैं फूटे चष्मे
पत्थरों को है रुलाया मेरे अफ़सानों नेमेरे तलवों का लहू चूस के गुल बन बैठे
ख़ार जो राह में बिछाये थे बिया-बानों ने