रुदाद ए गम ए उल्फत उनसे हम क्या कहते क्यूं कर कहते - The Indic Lyrics Database

रुदाद ए गम ए उल्फत उनसे हम क्या कहते क्यूं कर कहते

गीतकार - मजाज़ लखनवि | गायक - मजाज़ लखनवी | संगीत - एस डी बर्मन | फ़िल्म - प्यासा | वर्ष - 1957

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रूदाद-ए-ग़म-ए-उल्फ़त उनसे
हम क्या कहते क्यूँ कर कहते
एक हर्फ़ न निकला होंठों से
और आँख में आँसू आ भी गयेचोरुस : वाह वाहउस महफ़िल-ए-कैफ़-ओ-मस्ती में
उस अंजुमन-ए-इरफ़ानी में
सब जाम-ब-क़फ़ बैठे ही रहे
हम पी भी गये छलका भी गयेचोरुस : वाह वाहसब जाम-ब-कफ़ बैठे ही रहेचोरुस : सुबहान-अलाह
वाह वाहहम पी भी गये छलका भी गयेचोरुस : वाह वाह
बहुत ख़ूब
वाह वाह
मरहबा मरहबा
सुबहान-अलाह