बोलो ना, बोलो ना - The Indic Lyrics Database

बोलो ना, बोलो ना

गीतकार - प्रसून जोशी | गायक - शंकर महादेवन | संगीत - शंकर - एहसान - लॉय | फ़िल्म - चिटगाँव | वर्ष - 2011

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बोलो ना, बोलो ना, बोलो ना, बोलो ना
ऋतुओं को घर से निकलने तो दो
बोये थे मौसम खिलने तो दो
होठों की मुँडेर पे रुकी
मोतियों सी बात बोल दो
फीकी फीकी सी है ज़िन्दगी
चीनी चीनी ख़्वाब घोल दो
देखो ना बीत जाएँ, ये लम्हे, ये घड़ियाँ
बोलो ना, बोलो ना, बोलो ना, बोलो ना
धड़कन रुम-झुम, साँसे रुन-झुन
मन घुंघरु सा बाजे
अँखियाँ पायल, सपने कंगना
तन में थिरकन साजे
कोहनियों से ठेल के कहती हवा
इत्तर की शीशी खोल दो ज़रा
राग महकाओ, गीत छलकाओ
मिश्री सी घोलो ना, बोलो ना
बोलो ना, बोलो ना, बोलो ना, बोलो ना
सन्नाटों की चोटी खींचो
शोर की रौनक लाओ
काँच खामोशी फर्श पे तोडो
हल्ला प्यार सजाओ
आज इन्कार पुकार बने
आज चुप्पी झंकार बने
शब्द खनकाओ, छंद बिखराओ
मन के संग हो लो ना, हो लो ना
बोलो ना, बोलो ना, बोलो ना, बोलो ना