एक परवाज़ दिखाई दी है - The Indic Lyrics Database

एक परवाज़ दिखाई दी है

गीतकार - गुलजार | गायक - जगजीत सिंह | संगीत - जगजीत सिंह | फ़िल्म - मरासिम | वर्ष - 1999

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एक परवाज़ दिखाई दी है
तेरी आवाज़ सुनाई दी है
जिसकी आँखों में कटी थी सदियाँ
उसने सदियों की जुदाई दी है
सिर्फ एक सफ़हा पलट कर उसने
सारी बातों की सफाई दी है
फिर वही लौट के जाना होगा
यार ने कैसी रिहाई दी है
आग में क्या क्या जला है शब भर
कितनी खुशरंग दिखाई दी है