दौर ए किज़ान था दिल के चमन में - The Indic Lyrics Database

दौर ए किज़ान था दिल के चमन में

गीतकार - | गायक - अमित कुमार | संगीत - किशोर कुमार | फ़िल्म - शाबाश डैडी | वर्ष - 1978

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दौर-ए-ख़िज़ाँ था दिल के चमन में
कोई आज बनके बहार आ गया है
तन्हाइयाँ थीं वीरानियाँ थीं
कोई आज लेके क़रार आ गया हैकोई दिलकशी थी ना कोई ख़ुशी थी
बड़ी कश्मकश में ये ज़िंदगी थी
तुम आ गए जो सर-ए-शाम दिल को
आज उन ख़यालों पे प्यार आ गया हैये कहते रहे दिल में शब-ए-ग़म के साये
चिराग़-ए-तमन्ना कोई तो जलाये
यूँ चांद चमका नया नूर लेकर
उमन्गों पे जैसे निखार आ गया हैदौर-ए-ख़िज़ाँ था दिल के चमन में