गीतकार - गुलजार | गायक - वाणी जयराम | संगीत - वसंत देसाई | फ़िल्म - गुड्डी | वर्ष - 1971
View in Romanबोले रे पपीहरा, पपीहरा
नित घन बरसे, नित मन प्यासा
नित मन प्यासा, नित मन तरसे
पलकों पर एक बूँद सजाये
बैठी हूँ सावन ले जाये
जाये पी के देस में बरसे
नित मन प्यासा, नित मन तरसे
सावन जो संदेसा लाये
मेरी आँख से मोती पाये
दान मिले बाबुल के घर से
नित मन प्यासा, नित मन तरसे