इन्साफ की डगर पे, बच्चों दिखाओ चल के - The Indic Lyrics Database

इन्साफ की डगर पे, बच्चों दिखाओ चल के

गीतकार - शकील बदायुँनी | गायक - हेमंत कुमार | संगीत - नौशाद | फ़िल्म - गंगा जमना | वर्ष - 1961

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इन्साफ़ की डगर पे, बच्चों दिखाओ चल के
ये देश है तुम्हारा, नेता तुम ही हो कल के
दुनिया के रंज सहना और कुछ ना मुँह से कहना
सच्चाईयों के बल पे, आगे को बढ़ते रहना
रख दोगे एक दिन तुम संसार को बदलके
अपने हो या पराए, सब के लिए हो न्याय
देखो कदम तुम्हारा हरगीज ना डगमगाए
रस्ते बडे कठीन हैं, चलना संभल संभल के
इन्सानियत के सर पे इज्जत का ताज रखना
तन मन की भेट देकर भारत की लाज रखना
जीवन नया मिलेग अंतिम चिता में जल के