गुस्ताखियां हैं बेताबियां हैं - The Indic Lyrics Database

गुस्ताखियां हैं बेताबियां हैं

गीतकार - प्रसून जोशी | गायक - आदेश श्रीवास्तव, वसुंधरा | संगीत - आदेश श्रीवास्तव | फ़िल्म - आंखें | वर्ष - 2002

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गुस्ताखियाँ हैं बेताबियाँ हैं छाई हैं मदहोशियाँ
होश उड़ा दो सब कुछ भुला दो तोड़ो ये खामोशियाँ
ये धड़कन की रफ़्तार है
ये साँसों का अंगार है
ये इश्क़ सुलगने दो ज़रा
ये चाहत का इकरार है
जान-ए-जां जान-ए-जां
ओ जान-ए-जां ओ जान-ए-जां
गुस्ताखियाँ हैं ...आवारा अरमान हैं ये दिल का ऐलान है
जां तुझ पे कुरबान है जान-ए-जां
इक हलचल सी होने लगी
मैं जन्नत में खोने लगी
मुझ को बाहों में थाम लो
फिर ना रुकने का नाम लो
हो हो हो हो हो
गुस्ताखियाँ हैं ...हो दीवारें सब तोड़ दो
मौसम का रुख मोड़ दो
हर कश्ती को छोड़ दो
जान-ए-जां
मैं हूँ तेरे आगोश में
कुछ होश में कुछ जोश में
कुछ शोले हैं कुछ है जलन
कुछ बहके बहके हैं कदम
ओ हो हो हो हो
गुस्ताखियाँ हैं ...हस्ती मिटा दो मिटा दो
मस्ती लुटा दो लुटा दो
छोड़ो भी ये दूरियाँ दूरियाँ
ओ ये धड़कन की ...