बोल री कठपुतली डोरी कौन संग बांधी - The Indic Lyrics Database

बोल री कठपुतली डोरी कौन संग बांधी

गीतकार - शैलेंद्र | गायक - लता मंगेशकर | संगीत - शंकर जयकिशन | फ़िल्म - कठपुतली | वर्ष - 1957

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बोल री कठपुतली डोरी कौन संग बाँधी
सच बतला तू नाचे किसके लिए
बाँवरी कठपुतली डोरी पिया संग बाँधी
मैं नाचूँ अपने पिया के लिए
जहाँ जिधर साजन ले जाएँ, संग चलूँ मैं छाया सी
वो हैं मेरे जादूगर, मैं जादूगर की माया सी
जान बूझ कर छेड़ के मुझसे पूछे ये संसार
पिया ना होते, मैं ना होती, जीवन राग सुनाता कौन
प्यार थिरकता किसकी धुन पर, दिल का साज़ बजाता कौन
दूर दूर जिस चमन से गुज़रे, गाती जाए बहार
नए नाम नित नए रूप धर मैं आई मैं चली गई
लेकिन मैंने धूम मचा दी जिस नगरी जिस गली-गली
छोड़ के जग तारों में पहुँची वहाँ भी यही पुकार
मीठी यादें सुंदर सपने खो बैठे थे लोग जिन्हें
उनका ही ये गीत बनाकर मेरे दिल ने दिया तुम्हें
कठपुतली का खेल ये दुनिया साजन है उस पार