संसार के आधार दया हमपे दिखाओ - The Indic Lyrics Database

संसार के आधार दया हमपे दिखाओ

गीतकार - पं. भूषण | गायक - पंकज मलिक, उत्पल | संगीत - आर सी बोराल | फ़िल्म - अंजानगढ़ | वर्ष - 1948

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प: संसार के आधार दया हमपे दिखावो -२
मझधार में है नाव इसे पार लगावो -२
संसार के आधार दया हमपे दिखावो( भूले से भी हरगिज़ न कभी आँसू बहायें
दुनिया का भला हो तो गला अपना कटायें ) -२
दो शक्ति का वरदान
दो शक्ति का वरदान हमें
दो: वीर बना वीर बना वीर बनावो
संसार के आधार दया हमपे दिखावो
उ: संसार के आधार दया हमपे दिखावो
( रिशियों की है संतान बढ़े मान हमारा
हर एक को हर आन रहे ध्यान हमारा ) -२
प: ( दुश्मन को भी करना पड़े सन्मान हमारा
रण काँप उठे उनके विजय-गान हमारा ) -२
सोतों को जगाने का
सोतों को जगाने का सबक
दो: हमको सिखावो -३
संसार के आधार दया हमपे दिखावो
संसार के आधार