अब तेरे दिल में हम आ गए तो झुठा - The Indic Lyrics Database

अब तेरे दिल में हम आ गए तो झुठा

गीतकार - आनंद बख्शी | गायक - कुमार शानू, अलका याज्ञनिक | संगीत - अनु मलिक | फ़िल्म - आरजू | वर्ष - 1999

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अब तेरे दिल में हम आ गए तो
तेरे दिल में रहेंगे तो
तुझे अपना कहेंगे झूठा आ
कसम की कसम हम तेरे हैं हम
बात मेरी मान झूठे नहीं हमदिल है दिल दिल दिल है ये मेरा तो तो तो तो तो
तेरा घर ये नहीं है तो तो तो तो तो
जगह खाली नहीं है झूठी आ
कसम की कसम ...अगर तू कहे तो तेरे नाम लिख दूं मैं अपने हज़ारों जनम
वहां अपनी धड़कन बिछा दूं जहां तू मेरी जान रखे कदम
तेरी धड़कनें हैं धड़कती हैं धड़कें
दिल इसमें मेरा क्या करे
तेरा दिल है घायल दीवाना है पागल जो मरता है मुझपे मरे
तू ना मिली मर जाऊंगा सनम तो तो तो तो तो
जान जाएगी मेरी तो तो तो तो तो
ज़िंदगी तू है मेरी झूठा आ
कसम की कसम ...ये हाथों की मेंहदी ये आँखों का काजल दीवाना करे क्यूं हमें
यही आरज़ू है के अब ज़िंदगी भर तुझे देखते ही रहें
ये बिंदिया ये मेंहदी ये काजल ये आँचल तेरे वास्ते तो नहीं
तू दीवाना पागल है थोड़ा अनाड़ी है जा जा रे जा तू कहीं
दिल में तेरी तस्वीर है तो तो तो तो तो
तेरी पूजा करेंगे तो तो तो तो तो
हाँ तुझे देखा करेंगे झूठा आ
कसम की कसम ...तुझे चाहते थे तुझे चाहते हैं तुझे चाहते ही रहेंगे
दिल जो है तेरा सनम घर है मेरा यहां आते जाते रहेंगे
ये बंधन की डोरी बंधी है तुम्हीं से तुम्हीं से ही बंधी रहेगी
तुम्हीं से शुरू है यहीं खत्म होगी दिल की कहानी मेरी
इक दूजे के दिल में आ गए हम हम हम हम हम
इक जां अब हो गए हम हम हम हम हम
कभी हम ना हों जुदा हूँ ला ला ल
आ परबत उड़ जाएंगे सागर सूख जाएंगे
तुम हमको भूल न पाओगे हम तुमको भूल न पाएंगे
मिट जाना मर जाना इसी का नाम है
आरज़ू