चिकलाकी चिकलकी चुंबी नहीं छोड़े पिच्छा ज़माना - The Indic Lyrics Database

चिकलाकी चिकलकी चुंबी नहीं छोड़े पिच्छा ज़माना

गीतकार - मजरूह सुल्तानपुरी | गायक - कुमार शानू, अलका याज्ञनिक | संगीत - आनंद, मिलिंद | फ़िल्म - नाम क्या है | वर्ष - 1995

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चिकलकी चिकलकी चुम्बी चिकलकी चिकलकी लुम्बा चुम्बी
नहीं छोड़े पीछा ज़माना कहना सुनना
ये लड़का तो है यार बड़ा ही लप्पूझन्ना
इसे समझाऊंगी के मेरा रस्ता छोड़े
बना मैं सकती नहीं उसका दीवाना क्या बनना
चिकलकी चिकलकी ...लूट बैठा जो दिल उसे क्या कहना
नहीं बच्चों का खेल कोई दीवाना बनना
जो चाहो समझो तुम मोहब्बत की है मैने
तो कैसे छोड़ूं बोलो ओ जान-ए-तमन्ना
चिकलकी चिकलकी ...जाके अब सजी है महफ़िल कितनी महफ़िलों के बाद
आज हम मिले हैं जाके कितने फ़ासलों के बाद
दर बदर भटकने को कैसे छोड़ दें तुमको
दिल एक दिलबर पाया इतनी मुश्किलों के बाद
वो मिल गए हैं जो सजन थे मेरे आगे
मैं भी हूँ मजबूर क्या करूं मैं क्या करे दिल
चिकलकी चिकलकी ...आज तो दीवानी हो तू आज है तुम्हारी शाम
ये नशा उतर जाए तो लोगी फिर मेरा ही नाम
कैसे कैसे आ जाते हैं अक्ल से चलें पैदल
कोई आ के पूछे इनसे आपका यहां क्या काम
ऐ फिर से देखो तुम्हारे कब है काबिल
ये दिल गया तो क्या करूं मैं क्या करे दिल
चिकलकी चिकलकी ...नहीं छोड़े पीछा ज़माने कहना सुनना
ये लड़का तो यार बड़ा ही लप्पूझन्ना
जो चाहो समझो तुम मोहब्बत की है मैने
तो कैसे छोड़ूं तुमको ओ जान-ए-तमन्ना
चिकलकी चिकलकी ...