इन हवाओं में, इन फिजाओं में, - The Indic Lyrics Database

इन हवाओं में, इन फिजाओं में,

गीतकार - साहिर लुधियानवी | गायक - महेंद्र कपूर | संगीत - रवि | फ़िल्म - गुमराह | वर्ष - 1963

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इन हवाओं में, इन फिजाओं में,
तुझको मेरा प्यार पुकारे
आजा, आजा रे, तुझको मेरा प्यार पुकारे
रुक ना पाऊँ मैं, खिंचती आऊँ मैं
दिल को जब दिलदार पुकारे
तुझसे रंगत, तुझसे मस्ती, इन झरनों में, इन फूलों में
तेरे दम से मेरी हस्ती, झूले चाहत की झूलों में
मचली जाएँ शोख़ उमंगें, दो बाँहों का हार पुकारे
आजा, आजा रे, तुझको मेरा प्यार पुकारे
दिल में तेरे दिल की धड़कन, आँख में तेरी आँख का जादू
लब पर तेरे लब के साए, सांस में तेरी सांस की खुशबू
जुल्फों का हर पेच बुलाए, आँचल का हर तार पुकारे
आजा, आजा रे, तुझको मेरा प्यार पुकारे
लाख बलाएँ सर पर टूटें, अब ये सुहाना साथ न छूटे
तन से चाहे जां छूट जाए, हाथ से तेरा हाथ न छूटे
मुड़के तकना ठिक नहीं है, अब चाहे संसार पुकारे
आजा, आजा रे, तुझको मेरा प्यार पुकारे