बोल मेरी तकदीर में क्या है - The Indic Lyrics Database

बोल मेरी तकदीर में क्या है

गीतकार - Nil | गायक - लता - मुकेश | संगीत - शंकर जयकिशन | फ़िल्म - हरियाली और रास्ता | वर्ष - 1962

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बोल मेरी तकदीर में क्या है, मेरे हमसफ़र अब तो बता
जीवन के दो पहलू हैं, हरियाली और रास्ता
कहाँ है मेरे प्यार की मंज़िल, तू बतला तुझको है पता
जीवन के दो पहलू हैं, हरियाली और रास्ता
जहाँ हम आ के पहुचे हैं, वहाँ से लौट कर जाना
नहीं मुमकीन, मगर मुश्किल है दुनिया से भी टकराना
तेरे लिए हम कुछ भी सहेंगे, तेरा दर्द अब दर्द मेरा
जीवन के दो पहलू हैं, हरियाली और रास्ता
तुम्हारे ख्वाब से दिलकश नज़ारा और क्या होगा
के तुम मेरे सहारे हो, सहारा और क्या होगा
खुश हूँ तू जिस हाल में रखे, तेरी थी तेरी हूँ सदा
जीवन के दो पहलू हैं, हरियाली और रास्ता
मेरी रातो के पहले ख्वाब का तारा नहीं टूटा
ये क्या कम है कभी मुझसे मेरा बचपन नहीं रूठा
आग और पानी एक है मुझको, दिल में है जब तक प्यार तेरा
जीवन के दो पहलू हैं, हरियाली और रास्ता