कोई सागर दिल को बहलाता नहीं - The Indic Lyrics Database

कोई सागर दिल को बहलाता नहीं

गीतकार - शकील बदायुँनी | गायक - मोहम्मद रफ़ी | संगीत - नौशाद | फ़िल्म - दिल दिया दर्द लिया | वर्ष - 1966

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कोई साग़र दिल को बहलाता नहीं
बेख़ुदी में भी करार आता नहीं
मैं कोई पत्थर नहीं इन्सान हूँ
कैसे कह दूँ गम से घबराता नहीं
कल तो सब थे, कारवाँ के साथ साथ
आज कोई राह दिखलाता नहीं
ज़िन्दगी के आईने को तोड़ दो
इस में अब कुछ भी नज़र आता नहीं