मेरे मुंडेरे ना बोल, जा कागा, कागा जा - The Indic Lyrics Database

मेरे मुंडेरे ना बोल, जा कागा, कागा जा

गीतकार - डी एन मधोकी | गायक - सुरैया | संगीत - खुर्शीद अनवर | फ़िल्म - परवाना | वर्ष - 1947

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मेरी आँखों में बस गया कोई रे

मेरी आँखों में बस गया कोई रे

मोहे नींद न आये मैं का करूँ

मेरी आँखों में बस गया कोई

मुस्काये जब रात की बिंदिया

उड़ जाये आँखों से निंदिया

ठंडी ठंडी मैं आहें भरूँ

हाये मैं का करूँ

मेरी आँखों में बस गया

बात करें जब चाँद सितारे

जल बरसायें नैन हमारे

तेरी याद में रो रो मरूँ

हाये मैं का करूँ

मेरी आँखों में बस गया कोई रे

मोहे नींद न आये मैं का करूँ

मेरी आँखों में बस गया कोई