नजर का वार था नजरिया की मारी - The Indic Lyrics Database

नजर का वार था नजरिया की मारी

गीतकार - परंपरागत | गायक - राजकुमारी | संगीत - नौशाद | फ़िल्म - पाकीज़ा | वर्ष - 1971

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हाँ हाँ
नजर का वार था दिल की तड़प ने छोल दी
चली थी बरछि किसी पर किसी को आन लगीहो नजरिया की मारी
हाय
नजरिया की मारी मरी मोरी गुइयाँ -७कोई जरा जा के बैध बुलाओ -२
आ के धरे मोरे नारी
हाय राम आ के धरे मोरी नारीनजरिया की मारी मरी मोरी गुइयाँ -७