इक हसीन निगाह का दिल पे साया हैं - The Indic Lyrics Database

इक हसीन निगाह का दिल पे साया हैं

गीतकार - गुलजार | गायक - कुमार शानू, लता मंगेश्कर | संगीत - हृदयनाथ मंगेशकर | फ़िल्म - माया मेमसाहब | वर्ष - 1992

View in Roman

इक हसीं निगाह का दिल पे साया है
जादू है जुनून है कैसी माया है, ये माया हैपाँव के तले कहीं दिल पड़ा मिले अगर
चूम कर उठाइये, खूब देख भाल कर
जो कोई पूछ ले तो क्या, राह से उठाया है
इक हसीं निगाह का ...चली गयी वो मंचली
पुकारूँगा गली गली
वो ले के मेरी ज़िंदगी
चली, चली उधर चली
वो रूठी रूठी रहती है
बहुत बहुत मनाया है
वो रूठी रूठी रहती है, बहुत बहुत मनाया है
इक हसीं निगाह का ...तेरे नीली आँख के भँवर बड़े हसीन हैं
डूब जाने दो मुझे, ये ख़्वाबों की ज़मीन है
उठ लो अपनी पलकों को ये पदर्आ क्यों गिराया है
इक हसीं निगाह का ...