सखी मोरी निन्द नासानी हो - The Indic Lyrics Database

सखी मोरी निन्द नासानी हो

गीतकार - मीरा | गायक - कुमार गंधर्व, वसुंधरा कोमकली | संगीत - कुमार गंधर्व | फ़िल्म - त्रिवेणी भजन (गैर फिल्म) | वर्ष - 1970s

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सखी मोरी नीन्द नसानी हो
पिय को पंथ निहारत सगरी, रैँअबिहानी होसब सखियन मिल सिख दई, मन एक न मानी हो
बिन देख्यां कल नाही पड़त, जिय ऐसि घणी होअंग छीन व्याकुल भई, मुख पिय पिय बाणी हो
अन्तर बेदन बिरह की वह पीड़ न जाणी होज्यु चातक घनकु रटै, मछरी जिमि पानी हो
मीरा व्याकुल बिरहणी, सुध बुध विसराणी हो